सोमवार, 22 मार्च 2010

कुछ

कुछ
 
कुछ, जो मेरे मन में है
तुम जानते हो
कहने को कुछ बाकी भी है
आज साथी भी है
 
आ! कुछ कह लें
सुख - दुःख बाँट लें 
ताकि - जीवन के भावी दौर में 
दूर रहते हुए साथ चल सकें 
 
कुछ! शब्द अधूरे 
बातें कुछ जो ज़रूरी हैं 
कुछ भाव शायद -
अभिव्यक्त हो सकें
 
कुछ ! तुम ना दे सके
न मैं ले सकी
किसी और को देना है
एक मीठा ज़हर पीना है
 
तुमने कुछ मेरे लिए
मैंने तुम्हारे लिए
जीवन पुष्प का एक गुच्छा
खरीद लिया है
 
कुछ मेरे हाथों में है
कुछ तुम ले जाओ
इस तरह बाँट लें
मनों को छांट लें
 
कुछ ! जो मुझसे खो गया है
कुछ ! अब न मिलेगा
मेरा और तुम्हारा सम्बन्ध
अन्य ''कुछ'' से ज़्यादा ही है